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Hanuman Chalisa कब नहीं पढ़नी चाहिए?

By Adarsh Umrao

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Hanuman Chalisa
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Hanuman Chalisa एक प्रसिद्ध भक्तिमय स्तोत्र है, जिसे तुलसीदास जी ने लिखा था। यह स्तुति भक्तों के बीच आध्यात्मिक शक्ति और सकारात्मकता का स्रोत मानी जाती है। लोग हनुमान जी की कृपा प्राप्त करने और मानसिक शांति पाने के लिए इसका नियमित पाठ करते हैं। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि हनुमान चालीसा का पाठ हर समय उपयुक्त नहीं होता? इस लेख में हम आपको बताएंगे कि हनुमान चालीसा कब नहीं पढ़नी चाहिए और इस स्तोत्र से जुड़ी महत्वपूर्ण धार्मिक मान्यताओं का पालन कैसे करें।


Hanuman Chalisa पढ़ने के लाभ

Hanuman Chalisa का पाठ करने से मानसिक, शारीरिक, और आध्यात्मिक लाभ मिलते हैं।

  • भय और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
  • आत्मविश्वास और साहस का विकास होता है।
  • रोग और संकटों से मुक्ति मिलती है।
  • शनि के दुष्प्रभाव से बचाव होता है।
  • विघ्न-बाधाओं का नाश होता है।

हालाँकि, इन लाभों को प्राप्त करने के लिए Hanuman Chalisa के पाठ से जुड़े नियमों और समय का ध्यान रखना जरूरी है। कुछ विशेष परिस्थितियों में इसका पाठ करना उचित नहीं माना जाता।


Hanuman Chalisa कब नहीं पढ़नी चाहिए?

1. रात के समय भोजन के तुरंत बाद

भोजन के तुरंत बाद हनुमान चालीसा पढ़ने से बचना चाहिए, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि पेट भारी होने पर मन एकाग्र नहीं हो पाता और पाठ का प्रभाव कम हो सकता है। भोजन के बाद 15-20 मिनट का अंतराल रखना उचित होता है।


2. अशुद्ध अवस्था में

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, किसी भी पूजा-पाठ में शुद्धता का विशेष ध्यान रखा जाता है।

  • नहाए बिना या शरीर की सफाई किए बिना हनुमान चालीसा का पाठ नहीं करना चाहिए।
  • रात्रि में सोकर उठने के बाद या मासिक धर्म के दौरान स्त्रियों को भी पाठ से परहेज करने की सलाह दी जाती है।
  • स्नान के बाद शुद्ध वस्त्र धारण करके ही पाठ करना उत्तम माना जाता है।

3. गुरुवार और मंगलवार को मांसाहार करने के बाद

गुरुवार और मंगलवार को हनुमान जी की पूजा का विशेष महत्व है। इन दिनों मांसाहार या मदिरापान करने के बाद हनुमान चालीसा का पाठ करना वर्जित माना जाता है। मांसाहारी भोजन के कारण शरीर और मन अशांत रहते हैं, जिससे पाठ का आध्यात्मिक प्रभाव कम हो सकता है।


4. रात्रि के अति विलंब समय (मध्य रात्रि के बाद)

रात्रि के 12 बजे के बाद हनुमान चालीसा पढ़ने से बचना चाहिए, क्योंकि इस समय को नकारात्मक ऊर्जाओं का समय माना जाता है। यह समय विश्राम और ध्यान का होता है, न कि पाठ का। अगर बहुत जरूरी हो, तो सुबह 4 बजे (ब्रह्म मुहूर्त) में पाठ करना सबसे शुभ माना जाता है।


5. क्रोध या मानसिक अशांति की स्थिति में

यदि आप अत्यधिक क्रोधित, उदास, या मानसिक रूप से परेशान हैं, तो हनुमान चालीसा का पाठ करने से बचें। पाठ करते समय मन का शांत और स्थिर होना आवश्यक है, ताकि आप प्रभु की कृपा को अनुभव कर सकें। अशांत मन से किया गया पाठ सही प्रभाव नहीं डालता।


6. अत्यधिक शोर-शराबे या अपवित्र वातावरण में

हनुमान चालीसा का पाठ करते समय वातावरण पवित्र और शांत होना चाहिए।

  • भीड़भाड़, तेज शोर या अपवित्र स्थानों पर पाठ करने से इसका असर कम हो सकता है।
  • यदि संभव हो, तो पाठ के लिए एक शांत और पवित्र स्थान चुनें, जहाँ ध्यान केंद्रित कर सकें।

7. रोग की चरम अवस्था में बिना श्रद्धा के

यदि आप किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं और पाठ में मन नहीं लगा पा रहे, तो इसे करने का दबाव न बनाएं। किसी भी पूजा या स्तोत्र का पाठ श्रद्धा और भक्ति से करना आवश्यक है। बिना भाव के पाठ का पूर्ण फल नहीं मिलता।

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Hanuman Chalisa के पाठ के लिए सही समय और नियम

1. सुबह ब्रह्म मुहूर्त में (4-6 बजे)

  • यह समय पूजा और ध्यान के लिए सबसे शुभ माना जाता है।
  • सुबह के समय हनुमान चालीसा पढ़ने से दिनभर सकारात्मक ऊर्जा मिलती है।

2. शाम को सूर्यास्त के समय

  • दिनभर की थकान और तनाव दूर करने के लिए शाम के समय पाठ करना उत्तम माना जाता है।
  • यह समय ध्यान और आत्म-विश्लेषण के लिए भी उपयुक्त होता है।

3. पवित्र स्थान और शुद्ध वस्त्र

  • पाठ करने से पहले स्नान कर लें और साफ-सुथरे कपड़े पहनें।
  • घर के पूजा स्थल पर बैठकर शांतिपूर्वक पाठ करें।

Hanuman Chalisa पाठ से जुड़े अन्य महत्वपूर्ण नियम

Hanuman Chalisa

  • मंगलवार और शनिवार को हनुमान चालीसा का पाठ करना विशेष फलदायी होता है।
  • यदि आप किसी विशेष कार्य या परीक्षा में सफलता चाहते हैं, तो लगातार 21 दिन तक हनुमान चालीसा का पाठ करें।
  • पाठ के दौरान हनुमान जी के चित्र या मूर्ति के सामने दीपक जलाना शुभ माना जाता है।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

1. क्या Hanuman Chalisa का पाठ रोज कर सकते हैं?

  • हाँ, इसे रोज पढ़ना शुभ होता है और इससे जीवन में सकारात्मकता आती है।

2. क्या हनुमान चालीसा का पाठ रात में कर सकते हैं?

  • हाँ, लेकिन सोने से पहले या देर रात के बजाय शाम के समय करना अधिक उचित होता है।

3. क्या महिलाओं को हनुमान चालीसा पढ़नी चाहिए?

  • हाँ, महिलाएँ भी पढ़ सकती हैं। हालाँकि, मासिक धर्म के दौरान पाठ से परहेज करने की सलाह दी जाती है।

4. क्या यात्रा के दौरान हनुमान चालीसा पढ़ सकते हैं?

  • हाँ, यदि आप शांत वातावरण में हैं और मन एकाग्र है, तो यात्रा के दौरान भी पाठ किया जा सकता है।

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निष्कर्ष

Hanuman Chalisa का पाठ जीवन में शांति, साहस, और सुरक्षा प्रदान करता है। हालाँकि, इसे पढ़ने के लिए सही समय और शुद्धता का ध्यान रखना जरूरी है। गलत समय या अशुद्ध अवस्था में इसका पाठ करने से इसका सकारात्मक प्रभाव कम हो सकता है। यदि आप हनुमान जी की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं, तो भक्ति और श्रद्धा के साथ नियमों का पालन करते हुए हनुमान चालीसा का पाठ करें।

जय श्री राम! जय हनुमान!

Adarsh Umrao

Adarsh Umrao (Adarsh Patel) is actually a YouTuber and social media influencer, known for his videos on ethical hacking, cyber security, and technology. He has a YouTube channel named “Hack Tech”, where he shares his knowledge about ethical hacking, cyber security and other technology related topics with his audience. Apart from his YouTube channel, Adarsh Umrao is also active on other social media platforms like Twitter, Instagram and LinkedIn, where he shares his insights and engages with his followers on various topics related to cyber security and technology.

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